राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है।
भारत में शिक्षक दिवस का आयोजन भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति, दूसरे राष्ट्रपति और शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में किया जाता है।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को तमिलनाडु के तिरुट्टनी में हुआ था और वर्ष 1962 में वे भारत के राष्ट्रपति बने थे तथा वर्ष 1967 तक इस पद पर रहे थे।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को शिक्षक होने के साथ-साथ एक प्रसिद्ध दार्शनिक और राजनेता के रूप में भी जाना जाता है।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को साहित्य में नोबेल पुरस्कार के लिये कुल 16 बार और नोबेल शांति पुरस्कार के लिये कुल 11 बार नामांकित किया गया था।
16 अप्रैल, 1975 को चेन्नई में उनकी मृत्यु हो गई।
शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यार्थी अपने-अपने तरीके से शिक्षकों के प्रति आदर और सम्मान प्रकट करते हैं।
विश्व शिक्षक दिवस प्रत्येक वर्ष 5 अक्तूबर को मनाया जाता है।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 20वीं सदी के महानतम विचारकों में से एक होने के साथ-साथ भारतीय समाज में पश्चिमी दर्शन को प्रस्तुत करने के लिये भी याद किया जाता है।
वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई
05 सितंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी ‘वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई’ को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
05 सितंबर, 1872 को तमिलनाडु में जन्मे ‘वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई’ तमिलनाडु में स्वतंत्रता आंदोलन के प्रतीक हैं और उन्हें राष्ट्र के लिये उनके बलिदान हेतु याद किया जाता है।
‘वी.ओ. चिदंबरम’ ने तमिलनाडु में काम कर रहे ट्रेड यूनियनों को एक मज़बूत नेतृत्व प्रदान किया और भारत की आजादी के लिये अंग्रेज़ों से भी लड़ाई लड़ी।
इसके अलावा उन्हें तूतीकोरिन और कोलंबो के बीच पहली स्वदेशी शिपिंग सेवा स्थापित करने का भी श्रेय दिया जाता है।
वी.ओ. चिदंबरम के विद्रोही रवैये और ब्रिटिश सरकार के खिलाफ उनकी कार्रवाई को देखते हुए अंग्रेज़ों ने उनकी ‘बैरिस्टर’ की उपाधि छीन ली थी।
वी.ओ. चिदंबरम ने वर्ष 1905 में भारतीय राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस का सदस्य बनकर सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया था।
काॅन्ग्रेस में शामिल होने के बाद वी.ओ. चिदंबरम भारत की स्वतंत्रता के सपने को साकार करने में लग गए।
उनका एक महत्त्वपूर्ण लक्ष्य सीलोन के तटों पर ब्रिटिश शिपिंग के एकाधिकार को समाप्त करना था।
इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु स्वतंत्रता सेनानी रामकृष्णानंद से प्रेरित होकर उन्होंने 12 नवंबर, 1906 को स्वदेशी स्टीम नेविगेशन कंपनी की स्थापना की।
18 नवंबर, 1936 को भारतीय राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस के तूतीकोरिन क्षेत्रीय कार्यालय में वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई की मृत्यु हो गई।
‘पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड’ को प्रतिष्ठित ‘एसोसिएशन फॉर टैलेंट डेवलपमेंट’ (ATD) 2021 बेस्ट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है।
इसने दुनिया भर के 71 संगठनों में 8वाँ स्थान हासिल किया है।
साथ ही इस पुरस्कार को पाने वाला यह एकमात्र सार्वजनिक उपक्रम बन गया है और यह शीर्ष 20 कंपनियों में शामिल भारत की केवल दो कंपनियों में से एक है।
‘एसोसिएशन फॉर टैलेंट डेवलपमेंट’ दुनिया की सबसे बड़ी एसोसिएशन है, इसके द्वारा प्रस्तुत अवार्ड को कौशल विकास उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है।
एक वैश्विक कार्यक्रम के तौर पर यह उन संगठनों पर केंद्रित है, जो प्रतिभा विकास के माध्यम से प्रतिष्ठान की सफलता को प्रदर्शित करते हैं।
पावरग्रिड को यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्रतिभा विकास विधियों और कार्यक्रमों के पोषण में उसके अथक प्रयासों के लिये मिला है।
‘पावरग्रिड’ संगठन में प्रतिभा विकास पहल का संचालन ‘पावरग्रिड एकेडमी ऑफ लीडरशिप’ (PAL) द्वारा किया जा रहा है।
‘पावरग्रिड’ विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी है।
यह देश की सबसे बड़ी बिजली ट्रांसमिशन कंपनी है।
इसने अपना व्यावसायिक संचालन वर्ष 1992-93 में शुरू किया था और वर्तमान में यह एक महारत्न कंपनी है।
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