धौलावीरा शहर को भारत के 40वें विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित
यूनेस्को ने गुजरात के धौलावीरा शहर को भारत के 40वें विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया है। यह प्रतिष्ठित सूची में शामिल होने वाली भारत में सिंधु घाटी सभ्यता ( Indus Valley Civilisation- IVC) की पहली साइट है।
भारत के अलावा इटली, स्पेन, जर्मनी, चीन और फ्रांँस में 40 या अधिक विश्व धरोहर स्थल हैं।
भारत में कुल मिलाकर 40 विश्व धरोहर स्थल हैं, जिनमें 32 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक और एक मिश्रित स्थल शामिल है। रामप्पा मंदिर (तेलंगाना) भारत का 39वांँ विश्व धरोहर स्थल था।
धौलावीरा शहर की खोज वर्ष 1968 में पुरातत्त्वविद् जगतपति जोशी द्वारा की गई थी।
पाकिस्तान के मोहनजोदड़ो, गनेरीवाला और हड़प्पा तथा भारत के हरियाणा में राखीगढ़ी के बाद धौलावीरा सिंधु घाटी सभ्यता (IVC) का पांँचवा सबसे बड़ा महानगर है।
धोलावीरा का प्राचीन शहर गुजरात राज्य के कच्छ ज़िले में एक पुरातात्त्विक स्थल है, जो ईसा पूर्व तीसरी से दूसरी सहस्राब्दी तक का है। धौलावीरा कर्क रेखा पर स्थित है।
‘वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक’ के नवीनतम संस्करण
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक’ के नवीनतम संस्करण में वर्ष 2021 के भारत विकास अनुमान को 12.5% (अप्रैल 2021) से घटाकर 9.5% कर दिया गया है।
वर्ष 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 9.5% की दर से और वर्ष 2022 में 8.5% (अप्रैल में अनुमानित 6.9% से अधिक) की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
‘अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष’ ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण भारत की विकास के अनुमान में कटौती की है, क्योंकि इसके कारण रिकवरी की गति प्रभावित हुई है और साथ ही उपभोक्ता विश्वास एवं ग्रामीण मांग को भी नुकसान पहुँचा है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक, IMF का एक सर्वेक्षण है जिसे आमतौर पर अप्रैल और अक्तूबर के महीनों में वर्ष में दो बार प्रकाशित किया जाता है।
वर्ष 1945 में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) विश्व के 189 देशों द्वारा शासित है तथा यह अपने निर्णयों के लिये इन देशों के प्रति उत्तरदायी भी है। भारत 27 दिसंबर, 1945 को IMF में शामिल हुआ था।
IMF का प्राथमिक उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक प्रणाली की स्थिरता सुनिश्चित करना है।
अभ्यास इंद्र-21
भारत और रूस के बीच 12वाँ संयुक्त सैन्य अभ्यास इंद्र-21 (Exercise INDRA) का आयोजन अगस्त 2021 में रूस के वोल्गोग्राद में किया जाएगा।
इस सैन्य अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2003 में की गई थी, जिसे दोनों देशों के बीच बारी-बारी से द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास के रूप में आयोजित किया गया था। हालाँकि पहला संयुक्त त्रि-सेवा अभ्यास (Tri-Services Exercise) वर्ष 2017 में आयोजित किया गया था।
भारत और रूस के बीच पिछला संयुक्त, त्रि-सेवा अभ्यास दिसंबर 2019 में भारत में आयोजित किया गया था। यह बबीना (झांसी के निकात), पुणे और गोवा में एक साथ आयोजित किया गया था।
अभ्यास का नाम
देश
गरुड़ शक्ति
इंडोनेशिया
एकुवेरिन
मालदीव
हैंड-इन-हैंड
चीन
मित्र शक्ति
श्रीलंका
नोमेडिक एलीफैंट
मंगोलिया
शक्ति
फ्राँस
युद्ध अभ्यास
संयुक्त राज्य अमेरिका
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की छठी पुण्यतिथि
27 जुलाई, 2021 को देश भर में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की छठी पुण्यतिथि मनाई गई।
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
उन्होंने वर्ष 2002 से वर्ष 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
वे न केवल एक सुविख्यात एयरोस्पेस वैज्ञानिक थे, बल्कि महान शिक्षक भी थे, जिन्होंने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ काम किया था।
डॉ. कलाम वर्ष 1962 में ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ से जुड़े और वहाँ उन्हें प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (SLV- lll) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल हुआ।
अब्दुल कलाम भारत के मिसाइल कार्यक्रम के जनक माने जाते हैं, वे ‘आम जनमानस के राष्ट्रपति’ के तौर पर प्रसिद्ध हैं।
उन्होंने वर्ष 1992 से वर्ष 1999 तक प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में भी कार्य किया।
डॉ. कलाम को वर्ष 1981 में पद्म भूषण, वर्ष 1990 में पद्म विभूषण और वर्ष 1997 में ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया।
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नासिर कमल को ‘नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो’ (BCAS) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
नासिर कमल 1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं।
‘नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो’ भारत में नागरिक उड्डयन सुरक्षा के लिये नियामक प्राधिकरण है, जिसे जनवरी 1978 में पांडे समिति की सिफारिश पर ‘नागर विमानन महानिदेशालय’ (DGCA) में एक सेल के रूप में स्थापित किया गया था।
1 अप्रैल, 1987 को ‘नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो’ का पुनर्गठन किया गया और इसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत एक स्वतंत्र विभाग के रूप में स्थापित किया गया।
इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। इसके अलावा इसके चार अन्य क्षेत्रीय कार्यालय चार शहरों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में स्थित हैं।
ड्रिंक फ्रॉम टैप सुविधा वाला पहला शहर:‘पुरी’
ओडिशा राज्य का ‘पुरी’ शहर देश में ‘ड्रिंक फ्रॉम टैप’ सुविधा प्रदान करने वाला पहला शहर बन गया है।
हाल ही में ओडिशा के मुख्यमंत्री ने ‘सुजल’ या ड्रिंक-फ्रॉम-टैप मिशन का उद्घाटन किया है, इसके साथ ही ‘पुरी’ देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जिसके पास 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण जल उपलब्ध कराने की क्षमता है।
‘सुजल’ योजना के तहत कोई भी व्यक्ति प्रत्यक्ष तौर पर नल से पानी पी सकता है और इसके लिये किसी भी प्रकार के भंडारण या फिल्टर की आवश्यकता नहीं होगी।
इस कदम से ‘पुरी’ शहर के लगभग 2.5 लाख निवासियों को लाभ होगा।