विश्व मानवता दिवस
- प्रतिवर्ष 19 अगस्त को दुनिया भर में ‘विश्व मानवतावादी दिवस’ या ‘विश्व मानवता दिवस’ (World Humanitarian Day) का आयोजन किया जाता है।
- वर्ष 2021 के लिये इस दिवस की थीम है- ‘द ह्यूमन रेस’ (The Human Race)।
- यह दिन उन लोगों की स्मृति में मनाया जाता है जिन्होंने विश्व स्तर पर मानवतावादी संकट में अपनी जान गंवाई या मानवीय उद्देश्यों के कारण दूसरों की सहायता हेतु अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया है।
- ‘विश्व मानवतावादी दिवस’ उस घटना को भी चिह्नित करता है, जब 19 अगस्त, 2003 को बगदाद में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर बमबारी में इराक के महासचिव के तत्कालीन विशेष प्रतिनिधि ‘सर्जियो विएरा डी मेलो’ और 21 सहायता कर्मियों की मृत्यु हो गई थी।
भारत-बांग्लादेश आपदा प्रबंधन समझौता
- प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और बांग्लादेश के बीच आपदा प्रबंधन, सहनीयता और शमन के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन (MoU) को मंज़ूरी दे दी है।
- इस समझौता ज्ञापन के तहत एक ऐसी प्रणाली स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा, जिससे भारत और बांग्लादेश एक-दूसरे की आपदा प्रबंधन व्यवस्था से लाभान्वित हो सकेंगे।
- इससे आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में तैयारी, त्वरित बचाव व राहत कार्य एवं क्षमता निर्माण को मज़बूती प्रदान करने में सहायता मिलेगी।
- इस समझौते की प्रमुख विशेषताओं –
- त्वरित बचाव व राहत कार्य
- पुनर्निर्माण और रिकवरी हेतु समर्थन
- प्रासंगिक जानकारी, रिमोट सेंसिंग डेटा तथा अन्य वैज्ञानिक डेटा का आदान-प्रदान करना
- त्वरित बचाव व राहत कार्य के अनुभव/सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना
- आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अधिकारियों के प्रशिक्षण का समर्थन करना
- दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रूप से संयुक्त आपदा प्रबंधन अभ्यास आयोजित करना
- आपदा सहनीय समुदाय बनाने के लिये मानक, नवीनतम तकनीक और उपकरण साझा करना आदि
- इस समझौते में भारत की ओर से ‘राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण’ (NDMA) और बांग्लादेश की ओर से ‘आपदा प्रबंधन और राहत मंत्रालय’ शामिल हैं।
RBI का पहला वित्तीय समावेशन सूचकांक
- भारतीय रिजर्व बैंक ने 17 अगस्त, 2021 को देश में वित्तीय समावेशन (फाइनेंशियल इन्क्लूजन) की सीमा को मापने और सुधारने के लिए अपना पहला वित्तीय समावेशन सूचकांक पेश किया है।
- RBI का वित्तीय समावेशन सूचकांक (FI-इंडेक्स) प्रत्येक वर्ष जुलाई में प्रकाशित होता है।
- यह एक व्यापक सूचकांक है जिसमें बैंकिंग, बीमा, निवेश और डाक के साथ-साथ पेंशन क्षेत्र का विवरण भी शामिल होता है।
- यह सरकार और क्षेत्रीय नियामकों के परामर्श से बनाया गया है।
- मार्च, 2021 को समाप्त अवधि के लिए RBI के वार्षिक वित्तीय समावेशन सूचकांक की पहली रीडिंग मार्च, 2017 को समाप्त अवधि के 43.4 अंकों के मुकाबले 53.9 अंकों पर आ गई है।
सूचकांक की मुख्य विशेषताएं
- इस वित्तीय समावेशन सूचकांक ने वित्तीय समावेशन के विभिन्न पहलुओं के बारे में 0 से 100 के बीच एक ही मूल्य में जानकारी प्राप्त की है।
- जहां शून्य वित्तीय बहिष्करण का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं 100 पूर्ण वित्तीय समावेशन को दर्शाता है।
- इस वित्तीय समावेशन सूचकांक को तीन व्यापक मानकों के आधार पर तैयार किया गया है।
- उपयोग (45 प्रतिशत)
- पहुंच (35 प्रतिशत)
- गुणवत्ता (20 प्रतिशत)
- इन मापदंडों की गणना 97 संकेतकों के आधार पर की गई थी।